भाटापारा/khabar-bhatapara.in:- शिक्षा, संस्कार ,समर्पण व सफलता में अग्रणी , विद्यार्थियों के जीवन में एक स्वस्थ दिनचर्या का प्रसार करने वाली एकमात्र शिक्षण संस्थान डीएवी टिकुलिया भाटापारा में सिकल सेल को गंभीरता को प्रमुखता से लेते हुए आयोजित किया गया सिकल सेल स्वास्थ्य चेकअप का आयोजन ।
सिकल सेल से जागरूकता व बचाव है जरूरी
सिकल सेल बीमारी हीमोग्लोबिन (लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला वह प्रोटीन जो ऑक्सीजन ले जाता है) की वंशानुगत आनुवंशिक असामान्यता है। इसमें लाल रक्त कोशिकाओं के ज़्यादा मात्रा में नष्ट हो जाने के कारण लाल रक्त कोशिकाओं का आकार सिकल (अर्धचंद्राकार) हो जाता है और क्रोनिक हो जाता है।सिकल कोशिकाएं आसानी से टूट जाती हैं और मर जाती हैं। विशिष्ट लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है। इसे एनीमिया के नाम से जाना जाता है। पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं के बिना, शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है।
अनुभवी डाक्टरों द्वारा संचालित किया गया सिकल सेल परीक्षण
स्वच्छता कोई काम नहीं है, ये एक अच्छी आदत है जिसे हमें अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन के लिये अपनाना चाहिये। जिसे जीवन का स्तर बढ़ाने के लिये, एक बङी जिम्मेदारी के रुप में हर व्यक्ति को स्वस्थ दिनचर्या का अनुकरण करना चाहिये ।स्वच्छता हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है स्वस्छ मन के विकास के लिए शारीरिक स्वच्छता जरूरी है। इनका विकास बच्चों के मन में बालकपन से ही करना चाहिए। सिकल सेल जांच के लिए अनुभवी डॉक्टरों की टीम भारती परगनिया ,रंजीत साहू तथा अमृता साहू ( स्वास्थ्य विभाग भाटापारा) द्वारा समस्त डीएवी विद्यार्थियों का सिकल सेल परीक्षण निशुल्क में किया गया। डीएवी टिकुलिया भाटापारा समस्त अभिभावकों में बालको के स्वास्थ्य व स्वच्छता की दृढ़ता को सुनिश्चित करता है ।
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