भाटापारा/khabar-bhatapara.in:-दाऊ कल्याण सिंह कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र भाटापारा एवं कृषि विज्ञान केंद्र भाटापारा द्वारा दिनांक 22 अप्रैल 2023 को अक्ति तिहार एवम माटी पूजन दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ महतारी एवं कृषि यंत्रों का पूजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ राजेंद्र लाकपाले, अधिष्ठाता दाऊ कल्याण सिंह कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, भाटापारा के मार्गदर्शन में संचालित हुआ। कार्यक्रम मे सुरेंद्रशर्मा,अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद रायपुर एवं प्रभारी अधिष्ठाता दाऊ कल्याण सिंह कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र भाटापारा एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र डॉ अंगद सिंह राजपूत की अध्यक्षता में हुआ। प्रभारी अधिष्ठाता ने बताया कि अक्ती तिहार का कार्यक्रम कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सभी महाविद्यालयों में संचालित हो रहा है। इस कार्यक्रम में किसानों को बीज वितरण भी किया गया। मुख्य अतिथि श्री सुरेंद्र शर्मा जी द्वारा शपथ ग्रहण कराया गया कि हम अपने आने वाली पीढ़ी को शुद्ध हवा , पानी व मिट्टी छोड़कर जाए। विशिष्ट अतिथि के रुप में सतीश अग्रवाल, सदस्य श्रमिक एवं कर्मकार मंडल रायपुर , हितेंद्र ठाकुर , अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बलौदा बाजार तथा सरिता सत्यनारायण ठाकुर, उपाध्यक्ष जिला पंचायत बलौदाबाजार भाटापारा की उपस्थिति में हुआ। सुरेंद्र शर्मा ने अक्ती तिहार के महत्व को बताया कि इस दिन हम सभी किसान भाई भूमि पर नांगर चलाने के लिए छत्तीसगढ़ महतारी की अनुमति लेते हैं । उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि रासायनिक खाद को कम करके वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करें। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना रुपए 9000 प्रति एकड़ की राशि मिलती है । उन्होंने दलहन, तिलहन फसल उत्पादन के साथ-साथ कोसा उत्पादन में भी किसानों को आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि हल्दी के पत्ते से जो तेल निकलता है उसकी कीमत बाजार में रुपए 5000 प्रति किलोग्राम है। श्रीमती सरिता सत्यनारायण ठाकुर जी ने अक्ती तिहार के महत्वपूर्ण बिंदु को बताते हुए कहा कि आज के दिन ही हम अपने घरों के मटके में पानी भरकर ठंडा पानी पीना शुरू करते हैं । सतीश अग्रवाल ने बताया कि आज के दिन ही कृषि कार्य का प्रारंभ किया जाता है । किसानों को बीज वितरण के कार्यक्रम में सभी किसान गार्गिल, संतराम, बजरंग, दीपक , श्रीमती रंजना, दिलीप , संतोष, नीलकंठ आदि किसान लगभग 300 से अधिक किसान लाभान्वित हुए। कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञों द्वारा किसानों को कृषि से संबंधित विषयों पर जानकारी प्रदान की गई । जिसमें क्रमशः डॉ सविता राजपूत द्वारा गर्मी के मौसम में टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त किसानों का चुनाव, पोषण मूल्य व उसमें लगने वाले कीट बीमारियों के विषय में जानकारी प्रदान किया गया। डॉ प्रदीप कश्यप ने बताया कि रासायनिक खादों में मिट्टी की उर्वरता क्षमता खराब हो जाती है जिससे बचने के लिए हमें जैविक खेती व प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होना चाहिए। इसी तारतम्य में श्रीमती स्वाति मिर्जा ने बताया कि वर्तमान वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है फसल में रागी, कोदो, कुटकी अन्य मिलेट् फसल यह सभी सुपर फूड है । किसानों को मिलेट् फसल लेने पर आय में फायदा होता है तथा साथ में लागत भी कम आती है । डॉ श्रीमती दीपमाला लकरा ने मशरूम की खेती के विषय में सटीक जानकारी दी। डॉ श्रीमती साक्षी बजाज ने उच्च गुणवत्ता के बीच का उत्पादन किसान अपने खेत में कैसे करें की जानकारी प्रदान की । उन्होंने बताया कि अच्छे बीत से बुवाई करने पर उत्पादन लगभग 20 से 25% बढ़ जाता है। डॉक्टर सागर आनंद पांडे ने धान में लगने वाले प्रमुख कीट पतंगों के बारे में व उनसे निदान पाने की जानकारी प्रदान की । इंजी. पी.डी. वर्मा ने यंत्रों के रखरखाव एवं यंत्रीकरण से संबंधित विषय पर परिचर्चा की। कार्यक्रम की रूपरेखा का संचालन डॉक्टर के के पांडे (सहायक प्राध्यापक) द्वारा किया गया। कार्यक्रम की विभिन्न गतिविधियों के उपरांत कार्यक्रम समापन का धन्यवाद ज्ञापन डॉ देवेंद्र उपाध्याय (सहायक प्राध्यापक) द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्र भाटापारा के सभी अधिकारीगण डॉ राजेश साहू , डॉ शरद श्रॉफ, डॉ पंचराम मिर्झा , डॉ मनीषा साहू एवम सभी विद्यार्थी भी शामिल हुए।
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