भाटापारा/khabar-bhatapara.in:-निपानिया के पास गांव के रहने वाले उमेश कुमार उम्र 20 वर्ष एक्सीडेंट के बाद कमर के नीचे का भाग काम करने में पूरी तरह से असमर्थ हो गया था। कमर से पैरों की ताकत बिलकुल चली गयी थी। एम आर आई से पता चला की कमर की नस दब गयी है। ऑपरेशन के बाद भी ठीक होने की संभावना नहीं दिख रही थी।भाटापारा के सदर बाजार स्थित शारदा हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपिस्ट एवं नस दर्द विशेषज्ञ डॉ सुधाकर शर्मा के द्वारा फिजियोथेरेपी के इलाज के माध्यम से 2 महीनों के अंदर पैरों के नसों में फिरसे सुधार होने लगा एवं पहले की तरह चलने में समर्थ हो पाया। डॉ सुधाकर शर्मा ने फिजियोथेरेपी के इलाज के माध्यम से पिछले 14 सालों से रायगढ़ के कई मरीजों का इलाज किया है। नस दर्द जाँच की सुविधा जो महानगरों में होती थी,वो अब भाटापारा के शारदा हॉस्पिटल मे निम्नतम शुल्क मे उपलब्ध है।
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