डीएवी बेहतर शिक्षा और संस्कार उन्नत राष्ट्र का बने आधार के सुदृढ़ निश्चय के साथ नए शिक्षण का सत्र आगाज
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में तत्पर, निरंतर विकास के पथ पर प्रगतिशील व शिक्षा, संस्कार ,सफलता और समर्पण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली एकमात्र शिक्षण संस्थान डीएवी टिकुलिया भाटापारा में नये शिक्षण सत्र का आगाज बेहतर शिक्षा और संस्कार के निश्चय के साथ, हुआ ।
विगत 8 वर्षों से डीएवी विद्यार्थियों का राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन
डीएवी टिकुलिया भाटापारा शिक्षा के लिए अनुकूल वातावरण के साथ विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र बना हुआ है, इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है की के विद्यार्थी लगातार 4वर्षो साइंस एंड इंस्पायर अवार्ड में हुए हैं। लगातार तीन वर्षों से यहां के विद्यार्थी NEET, JEE और GPAT जैसे नेशनल एग्जाम में सफलता प्राप्त कर अपनी जगह बनाई है । खेलों में लगातार राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर कई मेडल जीत कर भाटापारा छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है।यहां के प्रतिभाशाली विद्यार्थी का चयन अग्नि वीर सैनिक हेतु भी किया गया हैं , जो विद्यार्थियों का मातृभूमि के प्रति समर्पण को चिन्हित करता है ।
*नव प्रवेशित विद्यार्थियों ने वृक्षारोपण कर नये शिक्षण सत्र में किया प्रवेश
- डीएवी टिकुलिया भाटापारा में एक नई सराहनीय पहल शुरू की गई है जिसमें यहां नए एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों ने स्कूल में वृक्षारोपण कर नए सत्र की शुरुआत की है तथा नवरोपित पौधे के संरक्षण के लिए संकल्पित हुए हैं । जहां विद्यार्थी अपनी पूरी विद्यार्थी जीवन तक इनका संरक्षण करेंगे।
तथा जुलाई के प्रथम सप्ताह जिसे वन महोत्सव के रूप में मनाया जाता है के पूरे सप्ताह में वृक्षारोपण करने व वृक्षारोपण हेतु दूसरों को प्रेरित करने का प्रण लिया गया।
*संस्था प्रमुख ने कराया विद्यार्थियों को डीएवी के सहयोगात्मक एवं विकासात्मक परिवेश से अवगत
डीएवी संस्था प्रमुख श्री एसके सिंह ने विद्यार्थियों को नवीन सत्र में शिक्षण आरंभ करने के लिए शुभकामनाएं दी। नव प्रवेशित विद्यार्थीयों को डीएवी टिकुलिया के सभी कक्षा शिक्षकों तथा विषय शिक्षकों से अवगत करवाया जो हमेशा विद्यार्थियों के समस्या समाधान व सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे । तथा डीएवी में लगाए गए ऐसे हेल्प बॉक्स से अवगत कराया इसमें विद्यार्थी अपना नाम बिना अंकित किये अपनी समस्या लिखित रूप में रख सकते हैं जिसकी गोपनीयता ही सबसे बड़ी विशेषता है। जिसमें विद्यार्थी बिना किसी हिचकिचाहट और डर महसूस किए बिना अपनी बात रख सकते हैं। साथ ही विद्यार्थीयों को स्वच्छता, सही समय निर्धारण, समर्पण, अनुशासन, निरंतरता, सफलता के मूल मंत्र संस्थापक द्वारा विद्यार्थीयों को दिया गया।
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