ऐतिहासिक गौरव को समर्पित अहम पहल का शुभारंभ
भाटापारा/khabar-bhatapara.in:- इतिहास अपने आप मे वह ऐहसास है जो सीधे हमें अतीत से जोड़ती है तथा यही जुड़ाव एक प्रेरणा के रुप मे हमारे वर्तमान को प्रभावित करते हुए नयी दिशा प्रदान करती है,इसलिए हर व्यक्ति समाज एवं देश के लिए ऐतिहासिक तथ्य बहुत मायने रखते है तथा इनका संवर्धन संरक्षण एवं अध्ययन आवश्यक हो जाता है,भारत के गौरवशाली इतिहास को अपने मे समेटे हुए विभिन्न ऐतिहासिक स्थल हमारी संस्कृति की भव्यता एवं दिव्यता का हर पल ऐहसास कराते है,
सरयू साहित्य का नवीन अभियान
समय समय पर विभिन्न रचनात्मक आयोजनों के माध्यम से समाज मे रचनात्मक संदेश प्रसारित करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील सरयू साहित्य परिषद द्वारा ऐतिहासिकता के महत्व को निरूपित करते हुए एक नये अभियान का श्रीगणेश किया गया है जिसके तहत ऐतिहासिक स्थलों के वंदन एवं दर्शन की रुपरेखा रखी जा रही है,जिसका उद्देश्य है अतीत के गौरवशाली एवं समृद्ध स्थलों का दर्शन एवं प्रेरणा का ग्रहण तथा जनमानस के बीच स्थलों की भव्यता एवं दिव्यता का प्रसारण,
सिरपुर दर्शन से अभियान का शुभारंभ
ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के स्थल सिरपुर जिसे सोमवंशीय सम्राटों के समय श्रीपुर के नाम से जाना जाता था,तथा दक्षिण कोशल क्षेत्र की राजधानी रही धार्मिक अध्यात्मिक ज्ञान विज्ञान तथा मौलिक प्रयोगों की महत्वपूर्ण स्थली सिरपुर के भ्रमण दर्शन से सरयू साहित्य परिषद द्वारा महत्वपूर्ण अभियान का शुभारंभ किया गया,तथा सोमवंशीय राजाओं के समय ईट से बने लक्ष्मण मंदिर के दर्शन के साथ पुरातात्विक खुदाई मे मिले संग्रहालय मे संरक्षित सातवीं आठवीं शताब्दी के मूर्तियों का भी दर्शन किया गया,सरयू साहित्य परिषद के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा के नेतृत्व मे आयोजित इस अभियान मे प्रमुख रुप से उर्वशी शर्मा, मुकेश शर्मा, सरिता रानी शर्मा प्रतिमा शर्मा,निशा आनंद शर्मा,जय श्री शर्मा प्रांजल शर्मा आदि द्वारा अहम भागीदारी निभाई गयी,
साहित्य सृजन से होगा जागरण
ऐतिहासिक स्थल दर्शन वंदन अभियान के संबंध मे सरयू साहित्य परिषद के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा से चर्चा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा तथा क्षेत्र के विभिन्न ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के दर्शन एवं वहां से जुड़े तथ्यों के अध्ययन के साथ ही उक्त अध्ययन को साहित्य का रुप प्रदान किया जाएगा तथा जन जन मे उक्त स्थलों के प्रेरणादायी महत्वों को प्रसारित किया जाएगा जिससे जनमानस अतीत के गौरवशाली एवं समृद्ध विरासत से जुड़े एवं वर्तमान के लिए प्रेरणा ग्रहण कर सकें,गौरतलब है कि सरयू साहित्य परिषद द्वारा पूर्व मे भी विभिन्न समाजपयोगी बिन्दुओ को आधार मानकर जागरण अभियान चलाया जा चुका है,अब इस नये अभियान को लेकर भी लोगों मे उत्साह एवं अभियान से जुड़ने की भावना स्पष्ट रुप से परिलक्षित हो रही है।
छत्तीसगढ आज
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