November 21, 2024

KHABAR BHATAPARA

छत्तीसगढ़ सबसे तेज-सबसे आगे

धूमधाम से मनाया गया छठ पूजा, सूर्य को महिलाओं ने दिया अ‌र्घ्य

Advertisements

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

भाटापारा/khabar-bhatapara.in:- आज डूबते सूर्य को दिया गया अर्ध्य भाटापारा छठ पर्व का तीसरा दिन जिसे संध्या अर्घ्य के नाम से जाना जाता है. यह चैत्र या कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सुबह से अर्घ्य की तैयारियां शुरू हो जाती हैं.

पूजा के लिए लोग प्रसाद जैसे ठेकुआ, चावल के लड्डू बनाते हैं. छठ पूजा के लिए बांस की बनी एक टोकरी ली जाती है, जिसमें पूजा के प्रसाद, फल, फूल, आदि अच्छे से सजाए जाते हैं. एक सूप में नारियल, पांच प्रकार के फल रखे जाते हैं. सूर्यास्त से थोड़ी देर पहले लोग अपने पूरे परिवार के साथ मतादेवालाय तालाब के किनारे छठ घाट जाते हैं. छठ घाट की तरफ जाते हुए रास्ते में महिलाएं गीत भी गाती हैं. इसके बाद व्रती महिलाएं सूर्य देव की ओर मुख करके डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा करती हैं. अर्घ्य देते समय सूर्य देव को दूध और जल चढ़ाया जाता है. उसके बाद लोग सारा सामान लेकर घर आ जाते है. घाट से लौटने के बाद रात्रि में छठ माता के गीत गाते हैं. क्यों दिया जाता है डूबते हुए सूर्य को अर्घ्यपौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सायंकाल में सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं. इसलिए छठ पूजा में शाम के समय सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्घ्य देकर उनकी उपासना की जाती है. ज्योतिषियों का कहना है कि ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर कई मुसीबतों से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके अलावा सेहत से जुड़ी भी कई समस्याएं दूर होती हैं.

इस अवसर पर आज छठ घाट पर

भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा, कांग्रेस नेता सुनील माहेष्वरी नानू सोनी,राजेंद्र प्रजापति, अनिल सिंह, डी के मिश्रा, एन एन झा, हेमंत कुमार , टी एन झा एवं छठ पूजा समिति के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

About Author


Advertisements
Advertisements
Advertisements