बिलासपुर की पुरानी मांग बिलासपुर विकास प्राधिकरण की जगह अरपा विकास प्राधिकरण का झुनझुना थमाया गया।
भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री बनते ही कहा था बिलासपुर विकास के लिए बिलासपुर विकास प्राधिकरण बनायेंगे।
बिलासपुर-: हमेशा से सौतेला व्यहवार का दंश झेल रहा बिलासपुर इस बार भी भूपेश बघेल की सरकार ने अरपा विकास प्राधिकरण का झुनझुना थमा कर सन्तुष्ट करने की कोशिश की गई है।
आपको बता दे भूपेश बघेल ने एक नया दांव खेला है कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने का क्योकि अगले वर्ष चुनाव है और सरकार ने इन चार वर्षों में आयोगों, मंडलो का गठन नही किया था अब जब चुनाव को एक वर्ष बचा तो सरकार ने कार्यकर्ताओं को खुश रखने का ये पैंतरा चला है लेकिन इससे कितने कार्यकर्ता खुश होंगे ये भी देखने वाली बात रहेगी क्योकि जो नियुक्तियां सरकार बनके के बाद कर दी जानी चाहिए थी वो भूपेश बघेल ने चुनाव के ठीक एक वर्ष पहले शुरू की इस बात से बहुत से कांग्रेसी असन्तुष्ट नजर आ भी रहे है और सभी को समझ मे भी आ रहा है कि उन्हें झुनझुना थमाया गया है एक वर्ष के लिए ।
बिलासपुर के साथ भी भूपेश सरकार ने सौतेला व्यहवार ही किया है जब भूपेश बघेल की सरकार बनी और पहला आगमन हुआ और छत्तीसगढ़ भवन के सामने विशाल कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा था कि बिलासपुर से उनका बहुत लगाव है और बिलासपुर के विकास में कोई कमी नही होने देंगे और जल्द ही बिलासपुर विकास प्राधिकरण के गठन किया जाएगा जी बिलासपुर के विकास में अहम भूमिका निभाएगा लेकिन आज 4 वर्ष होने के बाद भी बिलासपुर विकास प्राधिकरण का गठन नही किया जिससे बिलासपुर की जनता अब समझ चुकी है कि भूपेश बघेल की कथनी और करनी में बहुत फर्क है आज जब अगले वर्ष चुनाव है तो उन्हीने अरपा विकास प्राधिकरण के झुनझुना थमा कर सन्तुष्ट करने की कोशिश की है लेकिन जनता के बीच काफी नाराजगी देखी जा रही है जिसका असर अगके वर्ष चुनाव में भी दिखाई देगा ।
छत्तीसगढ आज
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