बलौदाबाजार/ khabar-bhatapara.in:- राज्य शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज रक्त चाप का परीक्षण कर विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संयुक्त जिला कार्यालय में कलेक्टर के एल चाैहान, जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी का रक्तचाप परीक्षण स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया गया। इस सम्बंध में सीएमएच ओ डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि इस अवसर पर जिले के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों तथा स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों के रक्तचाप का परीक्षण किया गया एवं आवश्यक होने पर दवाई दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि वास्तव में उच्च रक्तचाप वह स्थिति है जिसमें धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाये रखने के लिए हृदय को अधिक काम करने की जरूरत पड़ती है। इसका कारण यह है कि,समय के साथ धमनियाँ कठोर और कड़ी हो जाती हैं जिसके फलस्वरूप हृदय कमज़ोर हो जाता है। दुनिया का लगभग हर तीसरा व्यक्ति इससे प्रभावित है। समान्य रूप से इसका माप 120/80 होता है जबकि एक बीस साल के व्यक्ति में 140/90 और एक पचास साल की उम्र के व्यक्ति में 160/95 उच्च रक्तचाप माना जाता है। मानसिक तनाव,अधिक नमक का सेवन,वजन की अधिकता,आनुवंशिकता, धूम्रपान,शराब और आलस्यपूर्ण जीवन शैली उच्च रक्तचाप के कारण हो सकते हैं। इसके कारण हृदय घात,मष्तिष्कघात,गुर्दे की समस्या या आंखों पर असर होता गई। गर्भवती महिला को इसका विशेष ध्यान रखना पड़ता है। उच्च रक्तचाप को एक साइलेंट किलर भी कहा जाता है।उच्च रक्त चाप होने पर दवाई जीवन भर खानी पड़ी सकती है। अतः बेहतर होगा अपनी जीवन शैली संतुलन रखी जाए। व्यायाम,योग,ध्यान तनाव मुक्त होकर, संतुलित खान-पान से इससे बचा जा सकता है। उच्च रक्तचाप की जांच और उपचार की व्यवस्था राष्ट्रीय गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पूरी तरह निःशुल्क उपलब्ध है। वर्तमान में जिले में 20 हज़ार 8 सौ 18 मरीज पंजीकृत होकर उच्च रक्तचाप का उपचार ले रहे हैं।
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