भाटापारा/khabar-bhatapara.in :- डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल टिकुलिया भाटापारा में आज महात्मा हंसराज जयंती बहुत ही धूमधाम से मनाया गया जिसमें सभी बच्चों ने भजन-कीर्तन किया प्रचार्य महोदय ने सभी बच्चों को डीएवी के आंदोलन में अग्रणी एवं महात्मा हंसराज के जीवन परिचय के बारे में बताया और उनके आदर्श पर चलने के लिए प्रेरित किया
महात्मा हंसराज का जन्म 19 अप्रैल 1864 को पंजाब प्रांत के होशियारपुर के बजवाड़ा गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था।
अट्ठारह सौ पचासी में महात्मा हंसराज को लाहौर में स्वामी दयानंद सरस्वती के सत्संग में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ जिस पश्चात महात्मा हंसराज पर सत्संग का उनके ऊपर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा उसके बाद उन्होंने अपना सारा जीवन सदा के लिए समाज सेवा में समर्पित करने का फैसला किया l
महात्मा हंसराज ने 1885 ईस्वी में दयानंद एंग्लो वैदिक दयानंद ( डीएवी) कॉलेज ट्रस्ट एवं मैनेजमेंट सोसायटी की स्थापना की , उन्होंने 1 जून 1886 ईसवी को लाहौर में पहला डीएवी महाविद्यालय की स्थापना किया इस प्रकार महात्मा हंसराज ने पूरी जीवन अपनी डीएवी आंदोलन और शिक्षक के साथ-साथ समाज के अन्य कार्यों में व्यतीत किया आज उनके बदौलत देश भर में डीएवी नाम की इतनी बड़ी संस्था जिसके अंतर्गत सैकड़ों स्कूल ,कॉलेज एवं कई यूनिवर्सिटी हैं,
जो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होकर प्रसिद्धि प्राप्त कर देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं इसी प्रकार डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल टिकुलिया भाटापारा जो अब तक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अनुशासन, संस्कार एवं खेलकूद में ख्याति प्राप्त कर अपने इलाके का नाम रोशन कर रहे हैं । अंत में प्राचार्य महोदय ने सभी शिक्षक एवं विद्यार्थियों को महात्मा हंसराज के जीवन से प्रेरणा लेने को कहा ।
छत्तीसगढ आज
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