February 5, 2025

KHABAR BHATAPARA

छत्तीसगढ़ सबसे तेज-सबसे आगे

मस्ती के साथ रंगों का त्योहार होली बुधवार को नगर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

Advertisements
Advertisements
Advertisements

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

भाटापारा/khabar-bhatapara.in:- रंग,गुलाल और अबीर से एक- दूसरे को सराबोर करने की होड़ और होली के गीतों की मस्ती के साथ रंगों का त्योहार होली बुधवार को नगर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। क्या अमीर, क्या गरीब सभी एक ही रंग में नजर रहे थे। हर तरफ होली की धूम थी। बच्चे, बूढ़े,जवान सभी होली की मस्ती में थे। बुधवार को नगर में होली का त्योहार धूम धाम से मनाया गया। छिटपुट घटनाओं को छोड़ पूरे नगर में होली शांतिपूर्ण रहीं। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। नगर में होली की उमंग मंगलवार से ही दिखने लगा था। मंगलवार की शाम होलिका दहन के बाद से ही लोग होली के रंग में रंगने लगे थे। सुबह होते- होते लोग होली की मस्ती में डूब गए। बच्चों की मस्ती तो मंगलवार शाम से ही दिखने लगी थी। होली है होली है की गूंज हर गली, हर मुहल्ले में गूंजने लगी। बच्चे सुबह होने का इंतजार करने लगे। बुधवार की सुबह मौसम में ठंडापन था, लेकिन यह ठंडापन बच्चों के उत्साह को रोकने में विफल रहा। यहीं हाल आमजनों का भी रहा। सुबह 10 बजे के बाद हर कोई होलियाना मुड़ में नजर रहा था। होली आई रे कन्हाई, रंग बरसे की धून पर लोगों का जो थिरकना शुरू हुआ वह दोपहर तक जारी रहा। सड़क पर मतवालों की टोली चल रही थी जिनका काम हर आने जाने वालों को रंगों से सराबोर करना था।
नगर में फाग गाते शहरवासी।

Advertisements
Advertisements

गांव हो या शहर हर जगह होली की उमंग और उत्साह एक समान था। बच्चे सुबह से ही रंग, पिचकारी लेकर घर से निकल गए और अपने हम उम्र साथियों के साथ होली के आनंद में मशगूल हो गए। युवाओं की भी अपनी अगल महफिल जमीं थी। यह नजारा मुहल्ले के हर कॉलोनी, गली और चौक चौराहे पर दिख रहा था। महिलाओं की टोली भी किसी से कम नहीं थी। घर की छत या अपार्टमेंट की छत पर महिलाओं की महफिल जमी थी। पुरूषों की तरह महिलाओं ने भी होली का आनंद उठाया। सभी एक- दूसरे को रंगने में जुटी हुई थी। होली में लजीज व्यंजनों के बिना त्योहार अधूरा माना जाता है। होली में चिकन, मटन की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इस बार बुधवार होने के कारण अधिकांश घरों में चिकन और मटन की व्यवस्था थी। मटन, चिकन के साथ पुआ, कांजीबड़ा, दहीबड़ा भी बनाया गया था। होली की बधाई देने वालों की भी कमी नहीं थी। समूह में बंट कर लोग एक- दूसरे के घर पहुंचने और गुलाल लगा कर एक- दूसरे को होली की बधाई दी। बधाई देने का क्रम देर शाम तक जारी रहा। होली को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजार किया गया था। सभी संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल को तैनात किया गया था।

About Author


Advertisements
Advertisements
Advertisements