स्थानीय लोक नृत्य और लोक गीत की दी आकर्षक प्रस्तुति
जगदलपुर:- khabar-bhatapara.in :- नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन का लक्ष्य भी रखा गया है, नई शिक्षा नीति के अंतर्गत मानना है कि स्थानीय सामाजिक व्यवस्था, संस्कृति, परम्परा, बोली, भाषा आदि शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, खासकर पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक स्तर पर जब बच्चा अपनी मातृभाषा या बोली से ही शिक्षा प्रारंभ करता है जो आधुनिक शिक्षा की मजबूत नीव बनती है। इसे ध्यान रखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा सप्ताह अंतर्गत चैथा दिन गुरुवार को स्थानीय संस्कृति एवं सामाजिक कार्यक्रमों को समर्पित किया गया है।
बस्तर जिले के समस्त स्कूलों पूर्व प्राथमिक, प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं सहित हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में गुरुवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. के निर्देशानुसार एवं सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सर्वे के मार्गदर्शन में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत स्थानीय वाद्य यंत्र के प्रयोग, लोकगीत और लोक नृत्य के साथ ही स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के ऊपर नाटक का मंचन भी किया गया। बच्चों ने रंग-बिरंगे वेशभूषा में स्थानीय लोक नृत्य और लोक गीत प्रस्तुत किया। वहीं अनेक स्कूलों में बस्तर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी शहीद गुंडाधूर पर रेखांकित नाटक का मंचन किया गया। कई शालाओं में आमंत्रित स्थानीय कलाकारों के सहयोग से लुप्त होती जा रही मोहरिया बजा आदि बजाना सिखाया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री बलिराम बघेल ने बताया कि शैक्षणिक सप्ताह अंतर्गत बस्तर जिले के समस्त शालाओं में प्रतिदिन समस्त कार्यक्रमों का सुचारू रूप से आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शिक्षक एवं बच्चों के साथ ही साथ स्थानीय पंचायत। पदाधिकारी और बच्चों के माता-पिता एवं पालक उत्साहपूर्वक सम्मिलित होकर बच्चों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।
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