भाटापारा/khabar-bhatapara.in:- कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्थानीय गोविंद सारंग परिसर भाटापारा में जिला स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया..उक्त कार्यक्रम मे 25 जून 1975 को तात्कालिक इंदिरा सरकार द्वारा आधी रात को आपातकाल की घोषणा के बाद ,,देश के लोकतंत्र व संविधान पर हुए कुठाराघात पर विस्तृत चर्चा हुई।।जिला स्तरीय संगोष्ठी में सैकड़ो कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा ,,किताब कालिक इंदिरा सरकार द्वारा देश विरोधी निर्णय आपातकाल के आज 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं जिसे लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में मनाया जा रहा है ,,आपातकाल के दौरान लाखों की संख्या में विपक्षी नेताओं से लेकर आम लोगों को जबर्दस्ती जेल मे बंद किया गया ।।इंदिरा गांधी के आदेश पर एक करोड़ से अधिक लोगों की नसबंदी की गई ।।जयप्रकाश नारायण जैसे नेतृत्व कर्ताओं के आंदोलन को दबाने का कुत्सित प्रयास किया गया ।।इंदिरा गांधी के चुनाव के खिलाफ 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा निर्णय देकर रायबरेली चुनाव को निरस्त किया गया ,गुजरात चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के विरुद्ध जनमत सामने आया ,यही तीन कारण थे जिसके फल स्वरुप तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बौखला कर अंततः आपातकाल का निर्णय लिया ,पूरे देश की मीडिया की कलम पर प्रशासनिक नियंत्रण ला दिया गया , इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इंदिरा गांधी को दोषी ठहराया और 6 वर्षों के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाकर ,सार्वजनिक पदों के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। वही पूरे देश में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जन आंदोलन खड़ा किया ।। अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी सहित सभी विपक्षी दल के नेताओं को बलपूर्वक आधी रात को गिरफ्तार कर लिया गया ।।
श्री शर्मा ने कहा कि आपातकाल के निर्णय के बाद पूरे देश में असंतोष महंगाई और आर्थिक संकट का माहौल पनपने लगा ।।देश की न्यायपालिका को नियंत्रित कर न्याय व्यवस्था का चीर हरण कर दिया गया ।।दिल्ली में सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों लोगों को बेघर कर दिया गया और सैकड़ो लोगों को मौत के घाट उतार दिया ,देश ही नहीं वरन विदेशी मीडिया ने भी आपातकाल को तानाशाही निर्णय करार दिया ।।
भाजपा जिला अध्यक्ष आनंद यादव द्वारा उक्त संगोष्ठी कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी गयी।।देश में हुए आपातकाल की प्रारंभिक अवस्था से लेकर 21 महीना तक,देश में हुई त्रासदी का विस्तृत उल्लेख किया अपने उद्बोधन में श्री यादव ने कहा कि ,,एक और जहां वर्तमान कांग्रेस पार्टी द्वारा संविधान बचाव के नारे लगाए जा रहे हैं ,वही दूसरी ओर तात्कालिक इंदिरा सरकार द्वारा आपातकाल के नाम पर असंवैधानिक संशोधनों के माध्यम से लोकतंत्र और संविधान की हत्या की थी,जिसका दुष्परिणाम वर्षों तक देश की जनता को भोगना पड़ा ,अपने प्रधानमंत्री पद को सुरक्षित रखने के लिए आम जनता से लेकर न्यायपालिका,विपक्ष, मीडिया कर्मी व लोकतंत्र और संविधान तक की बली चढ़ा दी गई ।।21 महीना के आपातकाल के दौरान देश की जनता को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा ।।
वही प्रदेश कार्य समिति के सदस्य डॉक्टर अजय राव द्वारा भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया गया ।।
मीसा बंदी के दौरान 7.5 महीने जेल में बंद रहे भाटापारा निवासी श्री रमन अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे उन्होंने आपातकाल के दौरान हुई त्रासदी का मार्मिक संस्करण बताया।।
उक्त संगोष्ठी कार्यक्रम में बलौदा बाजार भाटापारा जिले के सभी पदाधिकारी मंडल अध्यक्ष महामंत्री जनप्रतिनिधि गण और कार्यकर्ता उपस्थित रहे

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